11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प कैसे करें? कई लोगों का कहना होता है की हनुमान जी (11 din Hanuman chalisa Sankalp Vidhi ) की पूजन और हनुमान चालीसा का पाठ बहुत समय से कर रहे हैं लेकिन उन्हें हनुमान जी की कृपा नहीं मिल रहा है। तो चलिए जानते हैं 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प (how to take sankalp for hanuman chalisa)
अगर आपके मन में विशेष कोई मनोकामना है तो आपको विशेष नियमों के साथ हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। चलिए जानते हैं (hanuman chalisa karne ki vidhi) किस विधि से हनुमान जी की पूजा और चालीसा का पाठ करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगा।
हनुमान चालीसा इतनी ही शक्तिशाली है निश्चित ही विधिपूर्वक अगर पूजा-पाठ किया जाता है तो आपकी हर इच्छा पूरी हो जाती है । चलिए जानते हैं ( hanuman chalisa karne ki vidhi)
11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प | 11 din Hanuman Chalisa Sankalp Vidhi
यदि हनुमान चालीसा संकल्प विधि अनुसार पालन किया जाए तो साधक की हर मनोकामना पूर्ण होती है। लेकिन ध्यान रखें संकल्प पूरी होनी चाहिए। मनोकामना पूर्ति के बाद कोई लोग संकल्प पूरी नहीं करते है। तो चलिए जानते है hanuman chalisa sankalp vidhi (Hanuman Chalisa Sankalp ) कैसे करें।
11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
- नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए।
- नियम 2:- अगर आप शाम को करना चाहते हैं तो 7:00 बजे के पहले पाठ कर लीजिए। लेकिन ध्यान रखिए समय एक ही होना चाहिए। अगर आप शाम 7:00 बजे पूजासन पर बैठते हैं तो उसी समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा नहीं होना चाहिए कि आज आप 7:00 बजे बैठे पाठ करने तो अगले दिन 8:00 बजे और दूसरा दिन 6:00 पूजासन पर बैठ गए हनुमान चालीसा पाठ करने।
सिर्फ 11 दिन अगर आप इस विधि से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो आपकी हर इच्छा पूरी होगी।आपकी हर बाधा टल जाएगा। - नियम 3:- आपकी आसन एक ही होना चाहिए। जैसे कि हनुमान चालीसा पाठ करने से पहले आप कोई भी कपड़ा या आसन लेकर बैठ जाते हैं तो यह गलत है। और ऐसा भी नहीं कि जो भी आसन पर आप पूजा करते हैं उसी आसन पर घर का और कोई सदस्य बैठकर पूजा करते हैं। एक ही आसन होना चाहिए जिस पर बैठकर आप हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
- नियम 4:- हनुमान जी (Hanuman ji) की पूजा में लाल रंग का आसन होना चाहिए।
- नियम 5:- हनुमान जि (hanuman ji) कि पुजा और चालीसा पाठ करने का स्थान एक ही होना चाहिए। प्रतिदिन एक ही स्थान पर बैठकर हनुमान जि कि पुजा और चालीसा का पाठ करना चाहिए।
- नियम 6:- लाल रंग का वस्त्र धारण करके हनुमान जी कि पुजा और चालीसा का पाठ करते हैं तो अत्यंत श्रेष्ठ होगा।
- नियम 7:- जिस दिन तक आप यह संकल्प कर रहे हैं उस दिन तक मांस मच्छी मदिरा का सेवन ना करें।
इन नियमों का पालन करते हुए अगर आप 11 दिन हनुमान जी की पूजा और चालीसा का पाठ करते हैं तो निश्चित ही आपकी हर कामना पूरी होगी।
- और पड़िए – Who Wrote Powerful Hanuman Chalisa | हनुमान चालीसा का रचयिता
- हनुमान बाहुक का पाठ कैसे करें | Hanuman Bahuk Path Vidhi
- हनुमान बाहुक के लाभ | Benefit of Hanuman Bahuk
- हनुमान बाहुक पाठ | Hanuman Bahuk Path
हनुमान जी की पूजा और चालीसा का पाठ कैसे करते हैं
हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा पाठ करते समय निम्नलिखित नियमों का पालन अबश्य करें। तो चलिए जानते है।
हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा पाठ विधि
- विधि 1: इसके लिए आपके सामने HanumanJI जी की एक मूर्ति या तस्वीर होनी चाहिए। जिसके सामने आप आसन लगाकर बैठ कर पूजा करेंगे।
- विधि 2: चमेली का तेल का दीपक हनुमान जी को बहुत प्रिया है। तो हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने चमेली के तेल का दिया प्रज्व्बलित करें करें।
- विधि 3: अब एक तांबे का कलस भरकर जल रखें हनुमान जी (Hanuman ji ) के सामने। क्योंकि यह कलश के रूप में हम स्थापित करेंगे। आप इस कलस में गंगाजल भी भर सकते हैं या तो शुद्ध जल भी भर सकते हैं।
- विधि 4: ₹1 का या ₹5 का सिक्का धन के स्वरूप में कलस में डाल दीजिए।
- विधि 5: और उसमें दो लॉन्ग डाल दीजिए।
- विधि 6: कलश के ऊपर एक प्लेट या पात्र रख दीजिए। जिससे कि वह पानी ढक जाए। क्योंकि इस कलश को हमें 11 दिन तक रखना है। पूजा के बाद ही हम इस कलश को उठाएंगे।
- विधि 7: अब Hanuman ji के सामने गुड़ या भीगे चने का का भोग लगा दीजिए। भुने हुए चने कभी ना रखें क्योंकि भुने हुए चने में नमक होता है। और हनुमान जी की पूजा में नमक का प्रयोग नहीं होता है। आप चाहे तो लड्डू या फल का भोग भी लगा सकते हैं।
- विधि 8: अब हनुमानजी के सामने गुड़ या भीगे चने का का भोग लगा दीजिए। भुने हुए चने कभी ना रखें क्योंकि भुने हुए चने में नमक होता है। और हनुमान जी (Hanuman ji) की पूजा में नमक का प्रयोग नहीं होता है। आप चाहे तो लड्डू या फल का भोग भी लगा सकते हैं।
- विधि 9: और अब हनुमान जी के सामने आपकी जो कामना है उसे पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करें। अब हनुमान चालीसा पाठ करें। पाठ करने समय ख्याल रखें कि उच्चारण स्पष्ट होना चाहिए। पूरी श्रद्धा भाव से से हनुमान जी की पूजा और चालीसा का पाठ करें। जल्दबाजी ना कीजिए।
हनुमान जि कि पुजा और चालीसा पाठ पुरा करने के बाद हनुमान जी की आरती कीजिए। हनुमान जी की आरती कर्पुर से से कीजिए। कर्पूर से आरती करने से घर और मन से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाते हैं।
पूजा पूर्ण करने के बाद परिवारजनों में प्रसाद बितरण कीजिए। और खुद भी प्रसाद ग्रहण कीजिए। जल का कलस स्पर्श ना करे 11 दिन तक।
Full Sunderkand Path lyrics In Hindi | सम्पूर्ण सुन्दरकाण्ड पाठ हिंदी में | सुन्दर कांड के 60 दोहे
11 दिन के बाद कया करें | hanuman chalisa sankalp vidhi
11 दिन जब आपकी पूजा पूर्ण हो जाती है, सुबह या शाम जिस समय का अपने संकल्प लिया है, उसी समय आपके पूजा पूर्ण होने के बाद आप उस कलश के जल को उठाएंगे,और यह बहुत ही पवित्र जल, आप किसी भी दूसरा पात्र में रख सकते हैं। कभी भी किसी जरूरी काम से आप बाहर जाते हैं तो यह जल थोड़ी सी पान करके आप जाते है तो आपकी वह काम पूर्ण हो जाते हैं। और कलश में जो लॉन्ग रखे थे वह लॉन्ग अपने पार्स में रख दीजिए आपकी हर काम सफल होगा।
एक बार हनुमान जि कि पुजा और चालीसा का पाठ इस नियम से करके देखिए आपको लाभ अवश्य होगा। हनुमान जी की कृपा अवश्य मिलेगा। बड़ी से बड़ी कामना 11 दिन में पूरी नहीं हो सकता लेकिन 11 दिन में आपको मार्ग जरूर मिलेगा। बस आप धैर्य बनाए रखें और हनुमान जी की शरण में अपने आपको रखिए। उनकी शक्ति पर भरोसा रखिए। और आपकी भक्ति पर विश्वास रखें।
क्या महिलाएं हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं?
महिलाएं भी हनुमान जी की पूजा इस तरह से कर सकते हैं लेकिन ध्यान में रखें महिलाएं हनुमान जी को स्पर्श ना करें। हनुमान जी को स्पर्श करके तिलक पुरुष लगा सकते हैं। लेकिन महिलाएं नहीं लगा सकते। पीरियड के समय हनुमान जी की पूजा ना करें।
महिलाएं हनुमान जी की मस्तक में सिंदूर का तिलक ना लगाए। महिलाऍ हनुमान जी की चरण में सिंदूर अर्पित कर सकते हैं ।
अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए इस नियम से हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर कीजिए और आपका अनुभव हमें शेयर करना ना भूलिए।
- और पड़िए – 21 Tuesday Hanuman Vrat (हनुमान व्रत) Sankalp Vidhi PDF
- Bajrang Baan (बजरंग बाण ) Path Sankalp
- 21 days संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ संकल्प बिधि
- Full Bajrang Baan (सम्पूर्ण बजरंग बाण ) pdf in 1 Page Free Download
- Hanuman Chalisa PDF 1 Page| हनुमान चालीसा
- Hanuman Ji Ki Aarti (आरती कीजै हनुमान लला की ) In Hindi PDF 1
हनुमान जी की पूजन सामग्री
१: लाल रंग का कपड़ा २: लाल फूल, माला ३: सिन्दूर ४: जल कलश ५: जनेऊ ६: कंकु ७: गंगाजल ८: पंचामृत ९: चांदी/सोने का वर्क १०: इत्र ११: भीगी हुई चंने १२: गुड़ १३: नारियल १४: केले १५: बनारसी पान का बीड़ा १६: तुलसी पत्र १७: दीपक १८: सरसो का तेल १९: चमेली का तेल २०: घी २१: धूप , अगरबत्ती २२: कपूर
[FREE Download] Hanuman Chalisa Lyrics In Other Languages
You can see the Hanuman Chalisa lyrics FREE downloadable PDF in these other languages
इसी तरह और भि धार्मिक तथ्य जानने के लिए नीचे क्लिक करें
उपसंहार – आशा है आज के पोस्ट से आपको लाभ हुआ होगा। मैं हनुमान जी से प्रार्थना करता हूं कि आपके जीवन की सभी समस्याएं खत्म हों। मेरे पोस्ट के अनुसार यदि आप विधिपूर्वक हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो आपके जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं, आपकी हर मनोकामना पूरी होती है और श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। अगर आपको इस लेख से लाभ हुआ हो तो कृपया कमेंट करके मुझे बताएं।
Q:- 11 day hanuman chalisa sankalp
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 din ka hanuman chalisa sankalp
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 days hanuman chalisa sankalp vidhi
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 din ka sankalp hanuman chalisa
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- how to do 11 days hanuman chalisa sankalp
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- hanuman chalisa sankalp vidhi 11 din
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 din hanuman chalisa sankalp kaise kare
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- hanuman ji 11 days sankalp
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 days hanuman chalisa sankalp rules
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 days 11 times hanuman chalisa
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- hanuman chalisa ka 11 din ka sankalp
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 days hanuman chalisa sankalp procedure
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 days hanuman chalisa
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 din hanuman chalisa sankalp vidhi
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- 11 bar hanuman chalisa sankalp
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
Q:- हनुमान चालीसा 11 बार
A:- 11 दिन हनुमान चालीसा संकल्प बिधि
नियम 1:- यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए Read more
तथ्यसूत्र – उइकिपिडिया
और पड़िए
- Navgrah Chalisa Lyrics In English PDF
- Navgrah Chalisa In Hindi PDF | नवग्रह चालीसा हिन्दी में पढ़ें
- Shukrawar Santoshi Mata Vrat & Katha – माँ संतोषी व्रत और कथा
- Sita Ram Sita Ram Bhajan Lyrics Hindi | सीता राम सीता राम भजन लिरिक्स हिंदी
- रामायण चौपाई | Ramayan Choupai In Hindi
- Hanuman Bhajan Lyrics In Hindi | हनुमान भजन लिरिक्स – बाल समय रवि भक्ष लियो
- Ekmukhi Hanuman Kavacham In Hindi | एकमुखी हनुमान कवच
- नरसिंह चालीसा | Narasimha Chalisa n hindi pdf
- 2024 Narasimha Chaturdashi Kab Hai | नरसिंह जयंती 2024
- 2024 Radha Ashtami Kab Hai | राधा अष्टमी २०२४
- Navratri 2024 Date And Time In Hindi | २०२४ नवरात्रि पूजा की तारीख और शुभ मुहूर्त
- Mahalaya 2024 Date and Time | 2024 মহালয়া কবে
- Krishna Janmashtami 2024 In English
- Krishna Janmashtami 2024 In Bengali | 2024 কৃষ্ণ জন্মাষ্টমী কবে
- Janmashtami 2024 Kab Hai | कब है जन्माष्टमी 2024
I’m really thankful to this post!
It is very useful information. Thank you.
Thank you so much for your valuable comment.
Joy Bajrangbali
Mera 10 din ho gya h path ka or 11ba din period aa gya kya kre
पीरियड के समय अगर आप व्रत ना करें तो आपने जिस संकल्प से व्रत कर रहे है वह खंडित हो जाएंगे। इसलिए व्रत को बीच में छोड़ना नहीं चाहिए। इस दिन पूजा नहीं कर सकते हैं, कोई पाठ, कोई मंत्र जाप नहीं कर सकते हैं। लेकिन यह व्रत गिनति नहीं होगा। क्योंकि पूजा पाठ नहीं कर सकते हैं इसलिए। लेकिन व्रत का हर नियम पालन करना है। periods समाप्त के बाद बाकि दिन सम्पूर्ण करेंगे।
Agar kisi vajah se Hanuman Chalisa ka path khandit ho jata he to kya kare and Jo Pani hamne kalash me rakha he kya vo hum khud grahan kar skate he kya.
Please reply dijiye kyuki Mera ek din khandit ho gaya he
thank you for reaching Bhaktikatha.
dekhiye jo bhi chiz khandit hote hai baha fir se jur nahi sakte. jura jaye bhi to ek daag raha jaata hai. usi tarah apka jo sankalp khandit ho gaya hai baha fir se nahi jur sakta. apko fir se sankalp suruwaat karna hoga.
aur jo pani aap rakhe hai baha ghar me chirak sakte hai ghar pabitra rahe ga.