Shree Hanuman Ji Ki Aarti – श्री हनुमान जि कि पुजा और चालीसा पाठ पुरा करने के बाद हनुमान जी की आरती कीजिए। श्री हनुमान जी की आरती कर्पुर से से कीजिए। कर्पूर से आरती करने से घर और मन से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाते हैं।
श्री हनुमान आरती | Shree Hanuman Aarti in Hindi Lyrics
Shree Hanuman Ji Ki Aarti आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महाबल दाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥ दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाए॥ लंका सो कोट समुद्र-सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई॥ लंका जारि असुर संहारे। सियारामजी के काज सवारे॥ लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आनि संजीवन प्राण उबारे॥ पैठि पाताल तो रिजम-कारे। अहिरावण की भुजा उखारे॥ बाएं भुजा असुर दल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे॥ सुर नर मुनि आरती उतारें। जय जय जय हनुमान उचारें॥ कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई॥ जो हनुमानजी की आरती गावे। बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥
Shree Hanuman Aarti Vidhi | श्री हनुमान जी की आरती विधि क्या है
कई लोग पूजन के बाद भगवान का आरती करते हैं। लेकिन आरती करने का सही तरीका बहुत कम लोगों को पता होता है। आमतौर से लोग आरती करते हैं गोल गोल हाथ को घुमाते घुमाते हुए। लेकिन यह सही तरीका नहीं है। तो आरती करने का सही तरीका क्या है! चलिए जानते हैं।
हनुमान आरती विधि
जैसे हम ओम आकृति बनाते हैं उसी तरह से ओम की आकृति कि तरह हाथ घुमा कर भगवान का आरती करना चाहिए।
विधि १: हमें भगवान के चरणों की आरती करना चाहिए ३ बार।
विधि २: भगवान के कमर की आरती ४ बार करना चाहिए।
विधि ३:भगवान के मुख्य मंडल की आरती ७ बार करना चाहिए।
विधि ४: और संपूर्ण शरीर की ७ बार आरती करना चाहिए।
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Q:- Hanuman Aarti Vidhi|श्री हनुमान जी की आरती विधि क्या है ?
A:- कई लोग पूजन के बाद भगवान का आरती करते हैं। लेकिन आरती करने का सही तरीका बहुत कम लोगों को पता होता है। आमतौर से लोग आरती करते हैं गोल गोल हाथ को घुमाते घुमाते हुए। लेकिन यह सही तरीका नहीं है। तो आरती करने का सही तरीका क्या है! चलिए जानते हैं।
जैसे हम ओम आकृति बनाते हैं उसी तरह से ओम की आकृति कि तरह हाथ घुमा कर भगवान का आरती करना चाहिए। और पढ़िए – १: हमें भगवान के चरणों की आरती करना चाहिए ३ बार।
Q:- Hanuman ji ki aarti in hindi
A:- आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके॥ और पढ़िए श्री हनुमान आरती| Shree Hanuman Aarti in Hindi Lyrics
Q:- shree hanuman ji ki aarti
A:- आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके॥ और पढ़िए श्री हनुमान आरती| Shree Hanuman Aarti in Hindi Lyrics
Q:- Shree hanuman arti
A:- आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके॥ और पढ़िए श्री हनुमान आरती| Shree Hanuman Aarti in Hindi Lyrics
Q:- hanuman chalisa 40 chaupai
A:- हनुमान चालीसा दोहा|Hanuman Chalisa Doha
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार
बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार ॥ और पढ़िए हनुमान चालीसा चौपाई | Hanuman Chalisa Choupai
Q:- hanuman chalisa hanuman chalisa lyrics
A:- हनुमान चालीसा दोहा|Hanuman Chalisa Doha
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार
बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार ॥ और पढ़िए हनुमान चालीसा चौपाई | Hanuman Chalisa Choupai
Q:- powerful hanuman chalisa?
A:- हनुमान चालीसा दोहा|Hanuman Chalisa Doha
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार
बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार ॥ और पढ़िए हनुमान चालीसा चौपाई | Hanuman Chalisa Choupai
Q:- hanuman chalisa kab likhi gai
A;- हनुमान चालीसा के ४० चौपाई रचने के पीछे एक बेहद ही खास रोचक कहानी है। जो कि बहुत ही कम लोगों को पता है। यह उस समय का बात है जब भारत में मुघल सम्राट अकबर का शाषण था। सुबह का समय तुलसीदास जी एक गांव से गुजर रहे थे। नगर में श्री तुलसीदास जी की आने की खबर मिलते ही दौड़ते हुए एक महिला आए और श्री तुलसीदास जी के चरणों में गिर गए। और पढ़िए Who Wrote Powerful Hanuman Chalisa|40 चौपाई का रचयिता
Q:- hanuman chalisa karne ki vidhi
A:- हनुमान चालीसा इतनी ही शक्तिशाली है निश्चित ही विधिपूर्वक अगर पूजा-पाठ किया जाता है तो आपकी हर इच्छा पूरी हो जाती है । चलिए जानते हैं hanuman chalisa karne ki vidhi
नियम 1:-
यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए।और पढ़िए hanuman chalisa karne ki vidhi
Q:- hanuman chalisa ke niyam ?
A:- A:- हनुमान चालीसा इतनी ही शक्तिशाली है निश्चित ही विधिपूर्वक अगर पूजा-पाठ किया जाता है तो आपकी हर इच्छा पूरी हो जाती है । चलिए जानते हैं hanuman chalisa karne ki Niyam
नियम 1:-
यह नियम आप किसी भी मंगल या शनिवार कर सकते हैं। उपाय शुरू करने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि समय निश्चित होना चाहिए। सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय हनुमान जि कि पुजा और पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए।और पढ़िए hanuman chalisa karne ki
उपसंहार – आशा है आज के पोस्ट से आपको लाभ हुआ होगा। मैं हनुमान जी से प्रार्थना करता हूं कि आपके जीवन की सभी समस्याएं खत्म हों। मेरे पोस्ट के अनुसार यदि आप विधिपूर्वक श्री हनुमान जी की आरती करते हैं तो आपके जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं, आपकी हर मनोकामना पूरी होती है और श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। अगर आपको इस लेख से लाभ हुआ हो तो कृपया कमेंट करके मुझे बताएं।
तथ्यसूत्र – उइकिपिडिया
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