हनुमान चालीसा की ४० चौपाई का रचयिता कौन है (Who Wrote Powerful Hanuman Chalisa) क्या आप जानते हैं ?
हनुमान चालीसा के ४० चौपाई कब और कहां लिखी गई? हनुमान चालीसा के ४० चौपाई रचने के पीछे एक बेहद ही खास रोचक कहानी है। जो कि बहुत ही कम लोगों को पता है।
कलियुग में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले भगवान है हनुमान जी। हनुमान जी की स्तुति में कई रचनाएं रची गई है। जिनमें हनुमान बाहुक, हनुमानाष्टक, हनुमान चालीसा प्रमुख है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा का रचयिता आखिर कौन है! तो चलिए जानते हैं (who wrote hanuman chalisa) हनुमान चालीसा किसने और कब रचना की।
हनुमान चालीसा कब लिखी गई | When was Hanuman Chalisa written
यह उस समय का बात है जब भारत में मुघल सम्राट अकबर का शाषण था। सुबह का समय तुलसीदास जी एक गांव से गुजर रहे थे। नगर में श्री तुलसीदास जी की आने की खबर मिलते ही दौड़ते हुए एक महिला आए और श्री तुलसीदास जी के चरणों में गिर गए। कहने लगी कि मुझे आशीर्वाद दे दो बाबा। श्री तुलसीदास जी ने उन्हें सदा सौभाग्यशाली होने का आशीर्वाद दिया। एक पतिव्रता नारी को इससे बड़ा वरदान और क्या चाहिए। आशीर्वाद मिलते ही वह महिला फूट-फूट कर रोने लगी और बोली कि बाबा मैं आपके चरणों में इसलिए आई हूं कि अभी-अभी मेरे पति की मृत्यु हो गई।
इस बात का पता चलते ही श्री तुलसीदास जी जरा भी विचलित नहीं हुए। और वह अपने आशीर्वाद को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे। क्योंकि उन्हें इस वात का ज्ञान भली-भांति था, की भगवान राम बिगड़ी बात संभाल लेंगे। और उनका आशीर्वाद खाली नहीं जाएगा। श्री तुलसीदास जी ने उस औरत सहित वहां उपस्थित सभी को राम नाम का जाप करने को कहा। सब ने वैसा ही करने लगा। रामनाम का जाप जपने लगा। और वह मरा हुआ व्यक्ति रामनाम का जाप आरंभ होते ही जीवित हो उठा।
जब यह बात जंगल की आग की तरह चारों ओर फैल गई श्री तुलसीदास जी चमत्कारी बाबा है। सम्राट अकबर के कानों तक पहुंची यह बात। उसने अपने महल में श्री तुलसीदास जी को आमंत्रित किया। और भरी सभा में कोई चमत्कार दिखाने के लिए कहा। यह सुनकर श्री तुलसीदास जी ने अकबर से बिना डरे कहा कि वह कोई चमत्कारी बाबा नहीं है। सिर्फ श्री राम जी का भक्त है। और चमत्कार करने वाला तो भगवान राम है जो अपने भक्तों द्वारा चमत्कार दिखाते हैं। यह बात सुनते ही अकबर क्रोध में आया और उसी समय सिपाहियों से कहकर श्री तुलसीदास जी को काल कोठरी में डलवा दिया।
हनुमान चालीसा कहां लिखी गई | Where was Hanuman Chalisa written
श्री तुलसीदास जी ने थोड़ी सी भी प्रतिक्रिया नहीं कि और राम नाम का जप करते हुए काल कोठरी के अंदर चले गए। उन्होंने काल कोठरी में भी अपनी आस्था बनाए रखी। और वहां पर हनुमान चालीसा का रचना की श्री तुलसीदास जी ने। लगातार 40 दिन तक उनका निरंतर पाठ करते रहे।
40 इ दिन एक खास चमत्कार हुआ। हजारों की संख्या में बंदरों ने एक साथ अकबर के राज्य में हमला बोल दिया। अकबर की सेना को बंदरों ने मारकर घायल कर दिया।चारों ओर हाहाकार मच गया। बंदरों की सेना बढ़ने लगी थी, चारों तरफ घेर लिया। अचानक हुए इस हमले से अकबर अचंभित हो गया। अकबर एक राजा था इसीलिए उन्हें समझने में देरी नहीं लगी। उन्हें भक्ति की महिमा समझ में आ गई। उन्होंने उसी समय श्री तुलसीदास जी से क्षमा मांग कर कारागार से मुक्त किया। और आदर सहित उन्हें विदा किया।
इतना ही नहीं अकबर उस दिन के बाद श्री तुलसीदास जी से जीवन भर मित्रता निभाई। इस तरह श्री तुलसीदास जी ने एक व्यक्ति को कठिनाई से निकलने के लिए हनुमान चालीसा के रूप में एक ऐसा रास्ता दिया जिस पर चलकर हम किसी भी मंजिल को पार कर सकते हैं और हमें भी भगवानमे अपने आस्था को बरकरार रखना चाहिए। यह दुनिया एक उम्मीद पर टिकी है। अगर विश्वास ना हो तो आप कोई भी काम नहीं कर पाएंगे।
हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए | Be careful while reading Hanuman Chalisa
हनुमान चालीसा में से किसी भी एक पंक्ति का चुनाव अपनी आवश्यकता के अनुसार करें और नित्य प्रातः तुलसी की माला पर , मंत्र की तरह तीन से लेकर ग्यारह माला तक जाप करें. जितने समय तक यह प्रयोग किया जाय , खान पान और आचरण की शुद्धता पर ध्यान दिया जाय. बिना श्रीराम की पूजा के हनुमान जी की पूजा न करें । हनुमान चालीसा पढ़ने का विधि जानिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके।
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Q:- हनुमान चालीसा पढ़ने का सही समय क्या है?
A:- सुबह या शाम जो समय आपको अनुकूल हो। उसी समय पाठ करना चाहिए। सुबह करे तो सूर्योदय के एक-दो घंटे के अंदर स्नान इत्यादि करने के बाद आप पाठ कर लीजिए। और अगर आप शाम को करना चाहते हैं तो 7:00 बजे के पहले पाठ कर लीजिए। लेकिन ध्यान रखिए समय एक ही होना चाहिए।
Q:- सबसे शक्तिशाली चालीसा कौन सा है?
A:- कलियुग में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले भगवान है श्री हनुमान। अगर आपके मन में विशेष कोई मनोकामना है तो आपको विशेष नियमों के साथ हनुमान चालीसा का ४० पंक्तियाँ पाठ करना चाहिए। हनुमान चालीसा इतनी ही शक्तिशाली है निश्चित ही विधिपूर्वक अगर पाठ किया जाता है तो आपकी हर इच्छा पूरी हो जाती है। इस हनुमान चालीसा को भक्त तुलसीदास जी द्वारा लिखा गया है जिसे बहुत शक्तिशाली माना जाता है।
Q:- हनुमान चालीसा 1 दिन में कितनी बार पढ़ना चाहिए?
A:- हनुमान चालीसा पाठ विधि – श्री हनुमान जी कि मूर्ति या चित्र स्थापना करें। इसके बाद लाल वस्त्र धारण करके, लाल रंग की आसन में बैठे। और उनके सामने जल से भरा एक लोटा रखें। कम से कम 3 बार से लेकर 108 बार तक चालीसा का पाठ कर सकते है। एक बार हनुमान चालीसा का पाठ इस नियम से करके देखिए आपको लाभ अवश्य होगा।
Q:- hanuman jayanti 2023
A:- 6 अप्रैल 2023 Thursday (गुरुवार) को मनाया जाएगा हनुमान जयंती।
पूर्णिमा तिथि शुरू – 5 अप्रैल 2023, 9:08 AM
पूर्णिमा तिथि समाप्त – 6 अप्रैल 2023, 9:55 AM Read more
इसी तरह और भि धार्मिक तथ्य जानने के लिए नीचे क्लिक करें
उपसंहार – आशा है आज के पोस्ट से आपको लाभ हुआ होगा। मैं हनुमान जी से प्रार्थना करता हूं कि आपके जीवन की सभी समस्याएं खत्म हों। मेरे पोस्ट के अनुसार यदि आप विधिपूर्वक हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो आपके जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं, आपकी हर मनोकामना पूरी होती है और श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। अगर आपको इस लेख से लाभ हुआ हो तो कृपया कमेंट करके मुझे बताएं।
तथ्यसूत्र – उइकिपिडिया
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