२१ days Sankat Mochan Hanuman Ashtak Path Sankalp Vidhi| संकटमोचन हनुमान अष्टक का पाठ नियमित करने से संकट मोचन हनुमान जी आपके जीबन से हर संकट को दूर करते हैं।
हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। कहते हैं जब आप समस्याओं से घिरे हुए हैं , हर कार्य में निराशा हाथ लगे तब हनुमान जी की पूजा आराधना और संकटमोचन हनुमान अष्टक (Sankat Mochan Hanuman Ashtak Path Sankalp Vidhi) का पाठ करने से सारे समस्या दूर हो जाते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं Sankat Mochan Hanuman Ashtak का पाठ
21 days Sankat Mochan Hanuman Ashtak Path Sankalp Vidhi | संकटमोचन हनुमान अष्टक लिखित में
संकटमोचन हनुमान अष्टक बाल समय रवि भक्षि लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों । ताहि सो त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो । देवन आनि करी बिनती तब, छाड़ि दियो रवि कष्ट निवारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।1। बालि की त्रास कपीस बसै गिरि, जात महाप्रभु पंथ निहारो । चौंकि महामुनि साप दियो तब, चाहिए कौन बिचार बिचारो । कैद्विज रूप लिवाय महाप्रभु, सो तुम दास के सोक निवारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।2। अंगद के संग लेन गए सिय, खोज कपीस यह बैन उचारो । जीवत ना बचिहौ हम सो जु, बिना सुधि लाये इहाँ पगु धारो । हेरी थके तट सिन्धु सबै तब, लाए सिया-सुधि प्राण उबारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।3। रावण त्रास दई सिय को तब, राक्षसि सो कही सोक निवारो । ताहि समय हनुमान महाप्रभु, जाए महा रजनीचर मारो । चाहत सीय असोक सों आगि सु, दै प्रभुमुद्रिका सोक निवारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।4। बान लग्यो उर लछिमन के तब, प्राण तजे सुत रावन मारो । लै गृह बैद्य सुषेन समेत, तबै गिरि द्रोण सु बीर उपारो । आनि संजीवन हाथ दई तब, लछिमन के तुम प्रान उबारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।5। रावन युद्ध अजान कियो तब, नाग कि फांस सबै सिर डारो । श्री रघुनाथ समेत सबै दल, मोह भयो यह संकट भारो । आनि खगेस तबै हनुमान जु, बंधन काटि सुत्रास निवारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।6। बंधु समेत जबै अहिरावन, लै रघुनाथ पताल सिधारो । देवनहिं पूजि भली विधि सों बलि, देउ सबै मिलि मन्त्र विचारो । जाये सहाए भयो तब ही, अहिरावन सैन्य समेत संहारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।7। काज किये बड़ देवन के तुम, बीर महाप्रभु देखि बिचारो । कौन सो संकट मोर गरीब को, जो तुमसो नहिं जात है टारो । बेगि हरो हनुमान महाप्रभु, जो कछु संकट होए हमारो । को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ।8। ।। दोहा ।। लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर । बज्र देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर ।।
संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ करने से क्या लाभ होता हैं?
- संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ करने से बहुत लाभ होता हैं जो की निम्नलिखित हैं |
- संकटमोचन हनुमान अष्टक को बहुत प्रभावशाली माना गया है। हनुमान जी की कृपा पाने के लिए विशेषकर मंगलवार और शनिवार को ये पाठ करना बहुत ही उत्तम माना गया है।
- जिस घर में नियमित रूप से Sankat Mochan Hanuman Ashtak का पाठ होता है उस घर में सदा सर्वदा सुख शांति विराज करते हैं और उन्हें हनुमान जी की कृपा लाभ होती है।
- अगर आप संकट में हैं तो लगातार २१ दिन ७ बार संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ करें, आपको अबश्य शुभ लाभ प्राप्ति होगा, आपका हर संकट टल जायेगा।
- संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ करने से आपको आत्मविश्वास प्राप्त होती हैं।
- घर से नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ बहुत ही लाभदायक है।
संकटमोचन हनुमान अष्टक के रचयिता कौन हैं?
संकटमोचन हनुमान अष्टक की रचना श्री गोस्वामी तुलसीदास जी ने की है। इसमें 8 पद होता है। इसलिए इसे संकट मोचन हनुमान अष्टक कहाँ जाता है। पढ़िए – सम्पूर्ण संकट मोचन हनुमान अष्टक
संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ संकल्प विधि
अगर सही बिधि से संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ संकल्प किये जाये तो आपकी हर संकट दूर हो जाते हैं। तो चलिए जानते हैं (२१ days Sankat Mochan Hanuman Ashtak Path Sankalp Vidhi ) संकटमोचन हनुमान अष्टक पाठ संकल्प विधि।
- 1: हनुमान जी की एक मूर्ति या तस्वीर आसन या चौकी में स्थापित करें। और उनके सामने लाल आसन लगाकर बैठ कर पूजा करेंगे।
- 2: चमेली के तेल का दिया प्रज्व्बलित करें।
- 3: लाल पुष्प, सिंदूर अर्पित करें।
- ४: गुड़ या भीगे चने का का भोग लगा दीजिए। हनुमान जी की पूजा में नमक का प्रयोग नहीं होता है। आप चाहे तो लड्डू या फल का भोग भी लगा सकते हैं।
- ५: अब हनुमान जी के सामने आपकी मनोकामना प्रार्थना करें और संकल्प करें। यह संकल्प आप 21 दिन तक ७ बार पाठ करें।
- ६: अब हनुमान जी के सामने हनुमान चालीसा पाठ करें। और फिर संकटमोचन हनुमान अष्टक ७ बार पाठ करें।
- 7: अब हनुमान जी की आरती कीजिए कर्पुर से।
- ८: हनुमान जी की पूजा पूर्ण करने के बाद परिवारजनों में प्रसाद बितरण कीजिए। और खुद भी प्रसाद ग्रहण कीजिए।
एक बार इस नियम से (२१ days Sankat Mochan Hanuman Ashtak Path Sankalp Vidhi) संकट मोचन हनुमान अष्टक पाठ संकल्प करके देखिए आपको लाभ अवश्य होगा। हनुमान जी की कृपा अवश्य मिलेगा। पढ़िए – सम्पूर्ण संकट मोचन हनुमान अष्टक
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उपसंहार – आशा है आज के पोस्ट (२१ days Sankat Mochan Hanuman Ashtak Path Sankalp Vidhi) से आपको लाभ हुआ होगा। मैं हनुमान जी से प्रार्थना करता हूं कि आपके जीवन की सभी समस्याएं खत्म हों। मेरे पोस्ट के अनुसार यदि आप विधिपूर्वक Sankat Mochan Hanuman Ashtak का पाठ करते हैं तो आपके जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं, आपकी हर मनोकामना पूरी होती है और श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। अगर आपको इस लेख से लाभ हुआ हो तो कृपया कमेंट करके मुझे बताएं।
Sankat Mochan Hanuman Ashtak Bhajan Video
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