Saraswati Puja 2024 kab hai | 2024 में वसंत पंचमी कब है

saraswati puja 2024: 2024 में वसंत पंचमी कब है! Saraswati Puja 2024 kab hai! माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है सरस्वती पूजा जिसे बसंत पंचमी भी कहा जाता है। आज इस पोस्ट में आप जानेंगे (saraswati puja 2024 date in west bengal) सरस्वती पूजा शुभ मुहूर्त, महत्व, सरस्वती पूजा सामग्री।

Saraswati Puja 2024 kab hai | 2024 में बसंत पंचमी कब है
Saraswati Puja 2024 kab hai | 2024 में बसंत पंचमी कब है

Saraswati Puja 2024 kab hai | 2024 में वसंत पंचमी कब है

इस साल वसंत पंचमी, सरस्वती पूजा 14 फरवरी, 2024 बुधवार को मनाया जायेगा। सरस्वती पूजा मुहूर्त – 07:01 Am से 12:35 Pm तक। अवधि – 05 घण्टे 35 मिनट्स। चलिए जानते है पंचमी तिथि कब प्रारम्भ होगा और कब समाप्त होगा।

पंचमी तिथि प्रारम्भ 13th February, 2024मंगलवार 02:41 Pm से
पंचमी तिथि समाप्त 14th February, 2024बुधवार 12:09 Pm तक
सरस्वती पूजा मुहूर्त 14th February, 2024बुधवार07:01 Am से 12:35 Pm

वसंत पंचमी कथा

वसंत पंचमी अर्थात वसंत ऋतू का पांचवा दिन भारत के कई क्षेत्र में सरस्वती पूजा या सरस्वती जयंती मनाया जाता है। आदिकाल में जगत संसार के सृष्टिकर्ता भगवान ब्रह्मा अपनी रचना से संतुष्ट नहीं थे। अत: ब्रह्मा जी ने भगवान विष्णु की आराधना की, तब भगवान विष्णु उनके सामने प्रकट हुए।

लेकिन विष्णु जी के पास इस समस्या का कोई समाधान नहीं था। इसलिए भगवान ब्रह्मा और विष्णु मिलकर आदिशक्ति देवी दुर्गा का आह्वान किया। उनकी समस्या का समाधान करने के लिए देवी दुर्गा उनके सामने प्रकट हुईं और अपने शरीर से देवी सरस्वती को प्रकट किया। तब से, सभी जीबों को वाणी प्राप्त हुई। इस प्रकार देवी सरस्वती का जन्म हुआ।

सरस्वती पूजा का महत्व 

वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में सरस्वती पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता के अनुसार वसंत पंचमी तिथि पर ही मां सरस्वती का प्रादुर्भाव हुआ था। देवी सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है। मां सरस्वती को ज्ञान, बुद्धि, कला और संगीत का भी प्रतीक माना जाता है।

इसीलिए संगीत-नृत्य कला में निपुणता के लिए देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन छोटे बच्चों को माँ सरस्वती के सामने अक्षर लिखना शुरू कराया जाता है। इसके इलावा इस शुभ दिन विवाह, गृहप्रवेश आदि मांगलिक कार्य करना शुभ माना जाता है। सरस्वती पूजा के दिन सरस्वती चालीसा पाठ करने से माँ सरस्वती बहुत ही प्रसन्न होते है। सरस्वती चालीसा पाठ करने के लिए निचे दिया लिंक पर क्लिक करें।

सरस्वती पूजा सामग्री

सरस्वती जी की प्रतिमा           
सफेद / पीला कपड़ा        
गंगाजल
कुमकुम
अक्षत
रोली
कलम 
दवात 
धूप
दीप
फूल
फल
भोग सामग्री

उपसंहार – आशा है आपको आज की पोस्ट (Saraswati Puja 2024 kab hai) से लाभ हुआ होगा। माँ सवस्वती की पूजा आराधना करने से मां सरस्वती की कृपा से ज्ञान प्राप्त होती है और ज्ञान का प्रकाश मानव जीवन में सुख और समृद्धि लाता है । यदि आपको इस लेख से लाभ हुआ है, तो कृपया एक कमेंट कर हमें प्रोत्साहित करें।

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